"जितेन्द्र श्रीवास्तव जन्म : उ.प्र. के देवरिया जिले के एक गाँव सिलहटा में। शिक्षा : बी.ए. तक की पढ़ाई गाँव और गोरखपुर में करने के बाद जे.एन.यू., नयी दिल्ली से हिन्दी साहित्य में एम.ए., एम.फिल. और पी-एच.डी.। राजकीय महाविद्यालय बलुवाकोट, धारचूला (पिथौरागढ़), राजकीय महिला महाविद्यालय, झाँसी और आचार्य नरेन्द्रदेव किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बभनान, गोंडा (उ.प्र) में अध्यापन के पश्चात् इन दिनों इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली के मानविकी विद्यापीठ में कार्यरत। प्रकाशन : 'इन दिनों हालचाल’, 'अनभै कथा’, 'असुन्दर सुन्दर’(कविता); 'भारतीय समाज की समस्याएँ और प्रेमचन्द’, 'भारतीय राष्ट्रवाद और प्रेमचन्द’, 'शब्दों में समय’, 'आलोचना का मानुष-मर्म’ (आलोचना)। हिन्दी के साथ-साथ भोजपुरी में भी लेखन-प्रकाशन। कुछ कविताएँ अँगे्रज़ी, मराठी, उर्दू, उडिय़ा और पंजाबी में अनूदित। लम्बी कविता 'सोनचिरई’की कई नाट्य प्रस्तुतियाँ। पुरस्कार/सम्मान : हिन्दी अकादमी दिल्ली का 'कृति सम्मान’, उ.प्र. हिन्दी संस्थान का 'रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार’, 'भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार’, उ.प्र. हिन्दी संस्थान का 'विजयदेव नारायण साही पुरस्कार’, भारतीय भाषा परिषद् कोलकाता का 'युवा पुरस्कार’, 'डॉ. रामविलास शर्मा आलोचना सम्मान’और 'परम्परा ऋतुराज सम्मान’। सम्मान : 'केदार सम्मान’तथा 'सीता स्मृति सम्मान’। "