जन्म : 9 अगस्त, 1937 को त्रिओले, मॉरिशस में। बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न साहित्यकार। अठारह वर्ष हिन्दी का अध्यापन, तीन वर्ष तक युवा मन्त्रालय में नाट्य कला विभाग में नाट्य प्रशिक्षक। इसके उपरान्त दो वर्ष के लिए महात्मा गाँधी संस्थान में हिन्दी अध्यक्ष और अनेक वर्षों तक संस्थान की हिन्दी पत्रिका वसन्त के सम्पादक रहे। सम्प्रति मॉरिशस स्थित रवीन्द्रनाथ टैगोर संस्थान के निदेशक। मॉरिशस और भारत के साहित्यिकार सम्बन्धों के सूत्रधार। प्रकाशित कृतियाँ : अब तक 70 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित। प्रमुख है—लहरों की बेटी, मार्क ट्वेन का स्वर्ग, फैसला आपका, मुडिय़ा पहाड़ बोल उठा,और नदी बहती रही, आन्दोलन, एक बीघा प्यार, जम गया सूरज, तीसरे किनारे पर, चौथा प्राणी, लाल पसीना, तपती दोपहरी, कुहासे का दायरा,शेफाली, हड़ताल कब होगी, चुन-चुन चुनाव, अपनी ही तलाश, पर पगडंडी मारती नहीं, अपनी-अपनी सीमा, गाँधीजी बोले थे, शब्द भंग, पसीना बहता रहा, आसमान अपना आँगन, अस्ति-अस्तु (उपन्यास); एक थाली समन्दर, खामोशी के चीत्कार, इनसान और मशीन, वह बीच का आदमी,अब कल आएगा यमराज (कहानी-संग्रह); गुलमोहर खौल उठा, नागफनी में उलझी साँसें, कैक्टस के दाँत, एक डायरी बयान (कविता-संग्रह)। दो जीवनीग्रन्थ भी। इसके अतिरिक्त चार प्रतिनिधि संञ्चलन, एक अनुवादित पुस्तक तथा चार सम्पादित ग्रन्थ प्रकाशित। पुरस्कार/सम्मान : उ.प्र. हिन्दी संस्थान, हिन्दी अकादमी, के.के. बिड़ला फाउंडेशन तथा जार्ज ग्रियर्सन पुरस्कार आदि।