Author Overview

कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर’ सहारनपुर जि़ले के देवबन्द कस्बे में 29 मई, 1906 को जनमे प्रभाकर जी राष्टï्र-चिन्तक तो थे ही, हिन्दी के महान गद्य-लेखक और पत्रकार भी थे। उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं— 'जि़न्दगी मुसकरायी’, 'माटी हो गयी सोना’, 'महके आँगन चहके द्वार’, 'आकाश के तारे धरती के फूल’, 'दीप जले शंख बजे’, 'क्षण बोले कण मुसकाये’, 'बाजे पायलिया के घुँघरू’, 'जि़न्दगी लहलहायी’ और 'कारवाँ आगे बढ़े’। सभी कृतियाँ ज्ञानपीठ से प्रकाशित।

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