कन्नड़ साहित्य के सुप्रसिद्ध लेखक। भारतीय रंगमंच एवं सिनेमा जगत में बहुचर्चित, मेधावी तथा अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त अभिनेता और निर्देशक। जन्म : 3 मई, 1938, माथेरान (महाराष्ट्र) में। ‘रहोड्स स्कॉलर’ होकर ऑक्सफोर्ड से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा। भारत में अध्ययन-अध्यापन के साथ विदेश के विश्वविद्यालयों में विजिटिंग प्रोफेसर भी। कन्नड़ में प्रकाशित उनके प्रमुख नाटक हैं—ययाति (1961), तु$गलक (1964), हयवदन (1977), अंजुमल्लिगे (1977), हित्तिना हुंजा (1980), नागमण्डल (1988), तलेदण्ड (1990) और अग्नि मत्तु माले (1995)। कुछेक रेडिये नाटक भी।