हिन्दी के अग्रणी कथाकार एवं पत्रकार। जन्म : 4 मई, 1935, उत्तारांचल में। लगभग 29 वर्ष 'साप्ताहिक हिन्दुस्तान’में वरिष्ठ पत्रकार के पद पर कार्यरत। गत 40 वर्षों से लेखन-कार्य में सक्रिय। अरण्य, महासागर, छाया मत छूना मन, कगार की आग, समय साक्षी है, तुम्हारे लिए, सु-राज उपन्यास विशेष चर्चित। अन्तत: रथचक्र, मनुष्य-चिह्न, जलते हुए डैने, गन्धर्व गाथा, तपस्या तथा अन्य कहानियाँ, चर्चित कहानियाँ, हिमांशु जोशी की चुनी हुई कहानियाँ आदि कहानी-संग्रह एवं अग्निसम्भव, नील नदी का वृक्ष, एक आखर की कविता (कविता-संग्रह) तथा यात्राएँ और नावें : सूरज चमके आधी राज (यात्रा-वृत्तान्त) विशेष रूप से उल्लेखनीय रहे।