निदेशक, भारतीय ज्ञानपीठ एवं सम्पादक `नया ज्ञानोदय’. जन्म : जन्माष्टमी 1953. शिक्षा : बी.ए., बीएड (अँग्रेजी) पत्रकारिता में स्नातक। एम.ए. (हिन्दी)। प्रसारण में उच्च शिक्षा-सी.आर.टी. लन्दन से। दूरदर्शन, आकाशवाणी के महानिदेशक सहित कई राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय समितियों में सदस्य रहे। प्रमुख कृतियाँ :`घर-घर घूमा’, `रात बिरात’, `मगर एक आवाज़’, `काल बांका तिरछा’, `क्षमायाचना’, `लिखे में दुक्ख’, `एक बहुत कोमल तान’, `महज शरीर नहीं पहन रखा था उसने’, `भौजै दास कबीर’, `उपस्थित है समुद्र’ (हिन्दी व रूसी में) (कविता-संग्रह), `देखा-अदेखा’, `कवि ने कहा’, `हत्यारे उतर चुके हैं क्षीर सागर में’, `प्रतिनिधि कविताएँ’, `21वीं सदी के लिए पचास कविताएँ’, (कविता चयन);`कविता का तिर्यक’ (आलोचना); `अर्थजल’, `दिल का किस्सा’ (निबन्ध); `दाना पानी’, `दिनन दिनन के फेर’ (डायरी);`काला पानी’ (यात्रा-वृत्तान्त);`अंडमान निकोबार की लोककथाओं की दो किताबें’। सम्पादन : केदारनाथ सिंह संचयन, कविता के सौ बरस, स्त्रीमुक्ति का स्वप्न, कवि एकादश, रचना समय, समय की कविता आदि। अनुवाद :पानियों पे नाम (शकेब जलाली की ग़ज़लों का लिप्यन्तरण मंजूर एहतेशाम के साथ), माँ की मीठी आवाज़ (अनातोली परम्परा की रूसी कविताएँ अनिल जनविजय के साथ) कई रचनाकारों पर डाँक्यूमेंट्री निर्माण, निर्देशन तथा पटकथा लेखन।