डा. शिव शर्मा 25 दिसम्बर 1938 को राजगढ़ नामक एक छोटी सी रियासत में जन्म। कर्मस्थली उज्जैन। यहीं प्राचीन माधव कालेज में अध्यापन एवं प्राचार्य के रूप में सेवा निव्त्त। 70 के दशक से व्यंग्य-लेखन में सक्रिय। व्यंग्यकार के रूप में अभी तक दर्जन भर से अधिक पुस्तकें प्रकाशित, जिनमें व्यंग्य संकलन,एकांकी एवं एक उपन्यास शामिल है। हास्य-व्यंग्य के प्रसिद्ध आयोजन अखिल भारतीय टेपा-सम्मेलन का 43 वर्षों से संचालन। म. प्र. सरकार द्वारा स्वतन्त्रता की 50वीं वर्षगाँठ पर जंगे आजादी में ग्वालियर-इन्दौर विषय पर शोध-ग्रन्थ प्रकाशित। सम्प्रति राज्यस्तरीय स्वतन्त्र पत्रकार एवं पत्र-पत्रिकाओं में व्यंग्य - स्तम्भ लेखन जारी। रोमेश जोशी मूलतः पत्रकार। 1966 से 93 के बीच प्रुफ रीडर से सम्पादक तक के सफर में 15-16 अखबारों में बाईस नौकरियाँ और बीच में 6 साल सरकारी नौकरी भी। 1993 के बाद से अब तक स्वतन्त्र पत्रकार, काँलम लेखन आदि। पिछले पाँच दशकों से व्यंग्य लेखन। देश की लगभग सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में दो हजार से अधिक व्यंग्य, लेख, कहानियाँ, बाल एवं विज्ञान कथाएँ प्रकाशित। कुल जमा दो व्यंग्य संग्रह – यह जो किताब है और व्यंग्य की लिमिट प्रकाशित। आकाशवाणी के लिए पच्चीसों झलकियाँ, कुछ सीरियलों का लेखन। डाक्यूमेंट्री तथा टीवी स्क्रिप्ट लेखन आदि।