Kuchh Moti Kuchh Seep

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Kuchh Moti Kuchh Seep

Number of Pages : 128
Published In : 2006
Available In : Hardbound
ISBN : 8126312556
Author: Ayodhya Prasad Goyaliya

Overview

समकालीन हिन्दी लेखन के रंग और तेवर से बहुत अलग 'कुछ मोती कुछ सीप’ उन दुर्लभ कृतियों में है, जिन्हें पाठकों की भरपूर सराहना मिली। इसमें प्रतिष्ठिïत साहित्यकार और उर्दू साहित्य के मर्मज्ञ अध्येता अयोध्याप्रसाद गोयलीय की तैंतालीस भावभीनी कहानियाँ संगृहीत हैं। सभी कहानियाँ एक से बढ़कर एक—अनुभव, ज्ञान और विवेक में रची-बसी; साथ ही मार्मिक, प्रेरक और सीख-भरी। अत्यन्त सरल भाषा और मोहक शैली में लिखी गयी गोयलीय जी की इन कहानियों में जीवन और समाज की हँसती-बोलती ऐसी तस्वीरें हैं, जो खट्ïटी-मीठी सच्चाइयों से साक्षात्कार कराती हैं।... प्रस्तुत है 'कुछ मोती कुछ सीप’ का नया संस्करण।

Price     Rs 80/-

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समकालीन हिन्दी लेखन के रंग और तेवर से बहुत अलग 'कुछ मोती कुछ सीप’ उन दुर्लभ कृतियों में है, जिन्हें पाठकों की भरपूर सराहना मिली। इसमें प्रतिष्ठिïत साहित्यकार और उर्दू साहित्य के मर्मज्ञ अध्येता अयोध्याप्रसाद गोयलीय की तैंतालीस भावभीनी कहानियाँ संगृहीत हैं। सभी कहानियाँ एक से बढ़कर एक—अनुभव, ज्ञान और विवेक में रची-बसी; साथ ही मार्मिक, प्रेरक और सीख-भरी। अत्यन्त सरल भाषा और मोहक शैली में लिखी गयी गोयलीय जी की इन कहानियों में जीवन और समाज की हँसती-बोलती ऐसी तस्वीरें हैं, जो खट्ïटी-मीठी सच्चाइयों से साक्षात्कार कराती हैं।... प्रस्तुत है 'कुछ मोती कुछ सीप’ का नया संस्करण।
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