Maitreya Jataka
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Maitreya Jataka
Number of Pages : 694
Published In : 2017
Available In : Hardbound
ISBN : 978-93-263-5441-7
Author: Vani Basu
Overview
गौतमबुद्ध की समकालीन भारतभूमि के प्रक्षापट््ट पर रचित यह बृहद् उपन्यास एक ही साथ ऐतिहासिक एवं समयातीत मानव प्रवाह का धारक है। दो खंडों में विन्यस्त इस उपन्यास की कथावस्तु का केन्द्रबिन्दु बौद्ध जातक है। उपन्यास में भिन्न-भिन्न स्तरों में उन्मोचित होती विभिन्न गाथाएँ-संधात एवं सम्प्रसारण में, विन्यास एवं पुनर्विन्यास में, आवेश एवं आकांक्षा में दीपालोक की भांति कभी कम्पित होती हैं, तो कभी स्थिर रहती हैं। कहानी के केन्द्र में स्वयं तथागत बोधिसत्व हैं और हैं—लोकविश्रुत सम्राट और समाज के निम्रवर्गीय व्रात्य-पतित जन। चरित्र चित्रण में लेखिका ने प्रस्तुत उपन्यास ‘मैत्रेय- जातक’ में प्राचीन जनजीवन का अतिक्रम करके आधुनिक जीवन के अन्तर्लोक को स्पर्श किया है। भाषा एवं कथा प्रस्तुति में सफल वाणी बसु की यह कृति मनुष्य के शाश्वत जीवनचर्या का अविस्मरणीय स्मारक है।
Price Rs 920/-
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